इस वर्ष महाशिवरात्रि 8 मार्च को मनाई जा रही है, जिसका मकसद महादेव शिव और माता पार्वती की पूजा करना है। इस साल की महाशिवरात्रि में कई खासियतें हैं।
इस बार महाशिवरात्रि और प्रदोष व्रत एक ही दिन मनाए जा रहे हैं, जिससे यह पर्व और भी अद्भुत हो रहा है।
महाशिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि योग भी है, जो उपासकों को मन, शरीर, और आत्मा के साथ सही संबंध स्थापित करने का अद्भुत अवसर प्रदान करता है।
सर्वार्थ सिद्धि योग का समय सुबह 06:40 से सुबह 10:40 बजे तक रहेगा, जबकि शिवयोग पूरे दिन रहेगा।
प्रथम प्रहर: शाम 06:25 से रात 09:28 बजकर 28 मिनट तक द्वितीय प्रहर: रात 09:28 बजकर 28 मिनट से 9 मार्च को रात 12:31 बजकर 31 मिनट तक
तृतीय प्रहर: रात 12:31 बजकर 31 मिनट से प्रातः 03:34 बजकर 34 मिनट तक चतुर्थ प्रहर: प्रात: 03:34 से प्रात: 06:37 बजकर 37 मिनट तक
शिवलिंग को पंचामृत से स्नान कराएं और भक्ति भाव से पूजा करें।
पूजा में गंगाजल, चंदन, बेलपत्र, भांग, धतूरा, गन्ने का रस, आक का फूल, कनेर का फूल, फल, मिष्ठान, मीठा पान, इत्र, दक्षिणा, धूप-दी, आदि शामिल करें।
शिव चालीसा, रुद्राष्टकम और मंत्र का जाप करें, और विधिवत आरती करें।
इस महाशिवरात्रि, अपने मन, शरीर, और आत्मा को शिव के आद्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर करने के लिए ये उपयुक्त समय और विधियाँ अपनाएं और शिवमय हो जाये।