काली नदी का मूल उद्गम स्थान हिमालय से लगभग 500 मीटर से भी अधिक की ऊँचाई पर स्थित लिम्पियाधुरा नामक स्थान है, जो उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में स्थित है।
इसे महाकाली नदी, कालीगंगा और शारदा नदी भी कहा जाता है, जिसका नाम काली माता के मंदिर से मिला है, जो इस नदी के उद्गम स्थान के पास है।
इस नदी का मूल स्रोत कालापानी में है, जो भारत और तिब्बत की सीमा पर स्थित है।
काली नदी उत्तराखंड राज्य की चार प्रमुख नदियों में से एक है और यहां के लोग इसे राज्य-चिह्न के रूप में गर्व से देखते हैं।
काली नदी की मुख्य सहायक नदियाँ सरयू, कुटी, धौलिगंगा, गोरी, चमेलिया, रामगुण, लढ़िया हैं, जो इसकी महत्वपूर्ण सहारा प्रदान करती हैं।
काली नदी भारत और नेपाल को अलग करने वाली नदी है और इसका मूल स्रोत भारत और तिब्बत की सीमा पर स्थित है।
हाल ही में, काली नदी को लेकर भारत-नेपाल के बीच विवाद हुआ था, जो कालापानी क्षेत्र के सम्बंध में था।
काली नदी के तट पर स्थित प्राचीन स्थल और मंदिरों की यात्रा पर पर्यटन में बढ़ावा हो रहा है।
इस नदी के जल स्रोत का सुरक्षण करने के लिए विभिन्न योजनाएं चल रही हैं जो जल संसाधनों को बचाने का प्रयास कर रही हैं।
काली नदी के किनारे का प्राकृतिक सौंदर्य और वन्यजीव से भरा हुआ है, जिससे यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल बना है।