हिन्दू धर्म में मान्यता के अनुसार खरमास का विशेष महत्त्व होता है। इस वर्ष खरमास महीने की शुरुआत 14 मार्च से शुरू है।
हिन्दू धर्म में खरमास महीने में कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता है। इस महीने के बारें में कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई गयी है।
साल 2024 में 14 मार्च को सूर्य देव ने मीन राशि में प्रवेश किया और इस दिन से खरमास शुरू हो गया।
इसके बाद 13 अप्रैल को सूर्य देव मेष राशि में प्रवेश करेंगे, जिससे खरमास की अवधि समाप्त हो जाएगी।
खरमास शब्द खर और मास से बना है, जिसका अर्थ होता है 'गर्दभ का महीना'।
इस महीने में सूर्य अपने अश्वों को आराम देते हैं, इसलिए इसे खरमास कहा जाता है।
शादी, मुंडन, गृह प्रवेश आदि कार्य नहीं करें।
नई संपत्ति, नया वाहन, नया कारोबार शुरू न करें। - तामसिक भोजन नहीं करें।
- ॐ सूर्याय नम: - ॐ घृणि सूर्याय नम:
- ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा - ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर: - ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ