इस बार बसंत पंचमी का त्योहार 14 फरवरी को है। यह पर्व मां सरस्वती को समर्पित होता है।
इस दिन मां सरस्वती की पूजा करने से साधक को उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है और शिक्षा के क्षेत्र में सफलता हासिल होती है।
पंचांग के अनुसार, माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 13 फरवरी को शुरू हो रही है और 14 फरवरी को समाप्त होगी।
इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 07 बजकर 01 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक है।
स्नान के बाद सरस्वती माता की मूर्ति स्थापित करें, उन्हें पीले रंग का वस्त्र पहनाएं, और उनकी पूजा करें।
मां सरस्वती को खीर और बेसन के लड्डू का भोग लगाएं। भोग में तुलसी दल को अवश्य शामिल करें।
लोगों को प्रसाद वितरित करें और खुद भी भोग ग्रहण करें।