World Rat Day: चूहों से जुड़ी कुछ मजेदार बातें और इस दिन को मनाने का क्या है मकसद?

हर साल 4 अप्रैल को World Rat Day मनाया जाता है। साल 2002 में कुछ लोगों के ग्रूप ने इस दिन को मनाने की शुरुआत की थी। 

चूहे बहुत ही बुद्धिमान जीव हैं इन्हें भी आप कुत्ते बिल्लियों की तरह घर में पाल सकते हैं। चूहे दिमाग से भी बहुत तेज होते हैं। 

चूहे सबसे शुरुआती स्तनधारी प्रजातियों में से एक है, जो आज भी धरती पर मौजूद हैं। जहां यूरोप में इन्हें अपशकुन माना जाता है, वहीं भारत में इन्हें पूजा जाता है। 

World Rat Day: चूहों से जुड़ी कुछ मजेदार बातें

चूहा भगवान गणेश का वाहन भी है। कई जगहों पर तो कुत्ते, बिल्ली, तोते की तरह चूहे भी पाले जाते हैं।

प्लेग जैसी गंभीर बीमारी, अनाज, कपड़े बर्बाद करने के चलते लोग इनसे नफरत करते हैं, लेकिन ये जीव बहुत ही बुद्धिमान होता है। चूहों को लेकर कई सारी फिल्में भी बनी हैं और कार्टून प्रोग्राम भी। 

हर 4 अप्रैल को World Rat Day मनाया जाता है। जिसका मकसद चूहों को पालतू जानवर के रूप में बढ़ावा देना है। साल 2002 में इस दिन को मनाने की शुरुआत हुई थी।  

क्या आप जानते हैं कि वैज्ञानिक चूहों पर एक्सपेरिमेंट भी करते हैं खासतौर से दवाओं का। मार्केट में कोई नई दवाई या वैक्सीन का पहला ट्रायल चूहों पर ही किया जाता है जिससे उसके फायदे व नुकसान का पता लग सके। 

अगर एक्सपेरिमेंट चूहों पर सफल होता है, तभी आम लोगों को इस्तेमाल करने दिया जाता है। 

चूहों की याददाश्त बहुत ही तेज होती है। वो जो रास्ता एक बार देख लेते हैं उसे कभी नहीं भूलते।

चूहों से जुड़ी कुछ मजेदार बातें

चूहों के आगे के दांत बहुत तेजी से बढ़ते हैं। इस वजह से वो अपनी दांतों से दीवार, ईंट या सीमेंट तक को घिस सकते हैं। अगर चूहे सामान न कुतरें तो उनके दांत सालभर में 1 से 2 इंच बढ़ सकते हैं।

चूहों के कारण इंसानों में 30 से भी ज्यादा बीमारियां हो सकती हैं। इन बीमारियों में प्लेग सबसे घातक है।

चूहे समूह में रहना पसंद करते हैं। मजेदार बात कि अगर इनके ग्रुप से कोई चूहा बीमार या घायल हो जाता है, तो ये उसकी देखभाल भी करते हैं।

चूहे तैरने में भी माहिर होते हैं। गहरे पानी में भी ये आसानी से तैर लेते हैं।

बिल्ली की तरह ही चूहे का शरीर भी काफी लचीला होता है। 50 फिट की ऊंचाई से गिरने के बाद भी इन्हें चोट नहीं लगती।

चूहों के हाथो और पैरों में सिर्फ उंगलियां होती हैं, अंगूठा नहीं होता है। 

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