1. हमारा मस्तिष्क एक मेमोरी चिप की तरह होता है, जिसके डाटा स्टोर करने की क्षमता असीमित है, लेकिन कभी-कभी हम पढ़ा हुआ भूल जाते हैं। ये मुद्दा केवल विद्यार्थियों का नहीं, बल्कि हर उम्र के लोगो का होता है।
2. कितने लोग किताबों की quotes को याद रखते हैं, प्रेरक प्रसंगों को याद रखते हैं, और कितने ही लोग कुछ अच्छा कह पाने का मौका मिलते ही याददाश्त की गलियों में भटकते रह जाते हैं।
3. दिमाग को तेज और सक्रिय बनाने के लिए किताबें और अख़बार पढ़ते रहना बहुत ज़रूरी है, पर क्या आप जो भी पढ़ रहे हैं, उसे दिमाग absorb कर रहा है?
4. वैज्ञानिकों के मुताबिक, इंसानी दिमाग की मेमोरी 1 टेराबाइट से लेकर 2.5 पेटाबाइट तक होती है, लेकिन हम फिर भी क्यों भूल जाते हैं? इसका सीधा जवाब है पढ़ने का तरीका।
5. एक्टिव और passive reading के तरीकों से पढ़ाई करने से याददाश्त में सुधार हो सकता है।
6. किताब पढ़ते समय कलम को साथ रखें, और जब कोई शब्द या पंक्ति समझ में नहीं आती, तो उसे नीचे पेंसिल से रेखा खींचें और उसका अर्थ समझें।
7. पढ़ने की सीमा तय करें, लेकिन केवल किताबों की नहीं, बल्कि ध्यान से पढ़ने की सीमा तय करें।
8. जो पढ़ा है, उसे दूसरों को बताएं और उसके बारे में चर्चा करें। इससे स्मरण शक्ति में सुधार होता है।
9. माइंडफुल होकर पढ़ें, यानी कि पूरा ध्यान उसी पर केंद्रित करें और मोबाइल या अन्य विघटकों को दूर रखें।
10. रुचि को ध्यान में रखें और समझाएं कि आपको इस विषय में क्यों रुचि है। याद रखें, ये सारे तरीके से आप अपनी याददाश्त को सुधार सकते हैं और जो पढ़ा हुआ भूल जाते हैं, उसे याद रखने में मदद कर सकते हैं।